kashmir News: कश्मीर में एक बार फिर आतंकवादियों ने मौत का तांडव किया है जिसमें कई प्रयटको को मौत की घाट उतार दी, ये हामला कश्मीर के पहलगाम के एक प्रसिद्ध पर्यटक स्थान पर हुई है जिसे मिनी स्विट्जरलैंड के नाम से भी जाना जाता है, जहाँ लोग मनोरंजन के लिए परिवार के साथ घूमने आये थे ।
kashmir News: इस हामला में मरने वाले सैलानी
इसी बीच कुछ आतंकवादी यहाँ पहुंचकर लोगों की भिड़ पर गोली चला दी, इसमें इस निर्दयों ने किसी को भी नहीं छोड़ा यहाँ घूमने आये लोगों में बच्चे, जवान और बूढ़े शामिल थे जिस पर इन आतंकवादियों ने जम कर गोली चलाई और सभी बच्चे, जवान, बूढ़े बुजुर्ग और महिलाएँ सहीत सभी लोगों पर गोरी फायरिंग करके मौत की घाट उतर दिया, इस हामला में मरने वाला लोगों की संख्या लगभा 28 से 30 बताइ जा रही है।
कुछ आतंकवादी सैना के रूप में यहाँ पहुँचे और मनोरंजन कर रहे लोगों पर अचानक से गोली चलाना शुरु कर दी, ये हमला कश्मीर के पहलगाम शहर से लगभग छह किलोमीटर दूर बैसरन चीड़ के पेड़ों के घने जंगलों, पर्वतों से घिरा एक विशाल पर्यटक स्थल पर हुआ है जहाँ देश विदेश के लोग पर्यटक के रूप में यहाँ अपने परिवार के साथ मनोरंजन और घूमने के लिए आते हैं।
यहाँ जितने भी लोगों की मौत हुई है वे सभी भारत के हि विभीन्न राज्यों से थे जैसे की UP, गुजरात, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और ओडिशा के पर्यटक के कुछ लोग थे इसके अलावा इसमें कुछ बाहरी लोगों की भी मौत हुई है जिसमें अमेरिका के 2 लोग, नेपाल और वहां के लोकल 2 लोग इस हमला के चपेट में आकर मारे गये है।
kashmir News: इस हमले में शामिल आतंवादी
इस हामला को लेकर इंटेलीजेंस ने कुछ जानकारी प्रदान की है जिसमें उन्होंने ये बताया है की इस हामले में बहुत बड़ा मास्टर प्लानीग की गई है जिसमें कुछ लोग लोकल थे बांकी के कुछ लोग पाकिस्तान के बताये जा रहे है,इसमें सबसे बड़ा हाथ पाकिस्तान के लश्कर-ए तैयबा का डिप्टी चीफ सैफुल्लाह खालिद है जो इस हमले का पुरा प्लानिंग किया है,इसके अलावा जो यहाँ हामला किया उसका नाम आसिफ फौजी, सुलेमान शाह और अबु तल्हा बताए जा रहे है जिसमें तीन लोकल और दो पाकिस्तान के आतंकवादी है।
ये एक बहुत हि दुखद घटना है जिस वजह से यहाँ खोवफ का माहौल पैदा हो गया है,इन लोगों ने यहाँ हैवानियत के हद पार करके किसी पर भी कोई रहम नहीं किया, यहाँ इस आतंकवादी की डर से सभी पर्यटक रोये, गिरगिराये लेकिन फिर भी इन दरिंदो ने इन पर कोई रहम नहीं किया और सभी को मौत के घाट उतार दिया,जिसमें 28 लोगों की मौत हुई है और 20 से अधिक लोग घायल हुए है।